"गीत की धुन को समझने के लिए, वीडियो जरूर देखें।"
बैकुंठ बसैया गिरधारी क्यू आना जाना भूल गए |
बैकुंठ बसैया गिरधारी क्यू आना जाना भूल गए |
ये मैया तुम्हें पुकार रही, रो रो के रूदन मचाय रही.........
आकार के लाड लडा जाओ , क्यू आना जाना भूल गए |
ये गैया तुम्हें पुकार रही, रो रो के रूदन मचाय रही.........
आकार के घास खिला जाओ , क्यू आना जाना भूल गए |
ये ग्वाले तुम्हें पुकार रहे, रो रो के रूदन मचाय रहे.........
आकार के खेल खिला जाओ , क्यू आना जाना भूल गए |
ये सखिया तुम्हें पुकार रही, रो रो के रूदन मचाय रही.........
आकार के रास रचा जाओ , क्यू आना जाना भूल गए |
ये भक्तन तुम्हें पुकार रही, गा गा के भजन सुनाए रही.........
आकार के दरस दिखा जाओ , क्यू आना जाना भूल गए |
बैकुंठ बसैया गिरधारी क्यू आना जाना भूल गए |.............