आज नवरात्रि का आठवां दिन है, और इस दिन माँ महागौरी की पूजा की जाती है। उनका श्वेत स्वरूप पवित्रता और शांति का प्रतीक है।
महागौरी का स्वरूप: महागौरी का स्वरूप अत्यंत श्वेत और उज्ज्वल है। वे वृषभ पर सवार होती हैं और उनके चार हाथ हैं।
कथा: महागौरी देवी ने कठोर तपस्या की थी, जिससे उनका शरीर काला पड़ गया था। भगवान शिव ने उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें गंगाजल से स्नान कराया, जिससे उनका शरीर उज्ज्वल हो गया और वे महागौरी कहलाईं।
महत्व: महागौरी की पूजा से पवित्रता, मानसिक शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। उनका आशीर्वाद जीवन के सभी क्लेशों का अंत करता है।
ध्यान मंत्र: "श्वेते वृषे समारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः। महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा॥"